दांत का निकलना एक सामान्य प्रक्रिया है जो लगभग सभी बच्चों में होती है जैसे जैसे उसका विकास होते जाता है दंत का निकलना शुरू हो जाता है उसी तरह कुछ समय बाद दांत का टूटना भी आरम्भ हो जाता है ।

दूध की दांत क्या है?

दूध के दांत बचपन की मासूमियत और खुशियां जोड़ने वाले प्यारे-प्यारे दांत होते हैं। यह दांत आते हैं तथा समय के साथ टूट कर बदल भी जाते हैं। बचपन में जो दांत सबसे पहले निकलते हैं उन्हें ही हम दूध के दांत कहते हैं। हम मानव के जीवन काल में दांत दो बार निकलते है पहले जो निकलते है उन्हें हम दूध के दांत और उनके टूटने के बाद जो नए दांत आते हैं उन्हें हम वयस्क दांत भी कह सकते हैं।

दंत निकलने के लक्षण क्या है?

बच्चो में दांत निकालने के दौरान कुछ निम्न प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते है–

  • मसूड़े में दर्द
  • मसूड़े का लाल दिखाना
  • मुंह में लर का अधिक बनना
  • बुखार आना
  • दांतो मे दर्द
  • भोजन चबाने या निगलने में परेशानी

दांत निकालने के क्रम में बच्चो को दर्द से आराम दिलाने के लिए कुछ निम्नलिखित उपाय कर सकते है।

  • बच्चे को नरम भोजन कराए।
  • बच्चे को ठंडे चीजे चूसने दे।जैसे दही आदि।
  • दर्द निवारक दवाई ले सकते है।

यदि बच्चे के दांत निकालने के दौरान गंभीर दर्द या अन्य कोई परेशानी आती है तो अपने नजदीक डॉक्टर की सलाह ले।

दूध के दांत के विकास की प्रक्रिया और समय क्या है?

दूध के दांत की विकास की प्रक्रिया और समय सारे बच्चों में एक जैसी नहीं होती है अलग-अलग बच्चों में अलग-अलग हो सकता है किन्ही में जल्दी निकल आते हैं किन्ही में समय लग जाता है। वैसे दूध के दांत आमतौर पर जब बच्चे 6 महीने के हो जाते हैं तो दिखना शुरू हो जाते हैं लेकिन किन्हीं बच्चों में यह जल्दी नहीं आता है 2 साल तक का भी समय लग सकता है सबसे पहले सामने के ऊपर या नीचे के दांत निकलते हैं फिर उसके बाद साइड के दांत निकलते हैं वैसे दूध के दांत आमतौर पर 20 दांत निकलते हैं फिर 6 से 8 साल की उम्र हो जाने के बाद यह टूटने लगते हैं और फिर इनके बदले नए दांत यानी वयस्क दांत आने लगते हैं।

बच्चो के दांत निकालने का चार्ट

दांतों के लिए आवश्यक पोषक तत्व और उनकी ज़रूरतें क्या है?

दांतों की मजबूती एवं उसके स्वास्थ्य के लिए दांतो की साफ सफाई के साथ दांतों के लिए पोषक तत्व भी अतिआवश्यक है । कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन डी और विटामिन b12 आदि होते हैं जो कि यह हड्डियों और स्वस्थ मजबूत दांतों के लिए बहुत ही आवश्यक है। यह हमे दूध, दही ,हरे साग सब्जियां, फलों आदि ।

छोटे बच्चों के दूध के दांत में होने वाली समस्याएं क्या है?

छोटे बच्चों में जब दूध के दांत आने लगते हैं तब अच्छे और सही तरीके से मुंह की सफाई की जानी चाहिए अन्यथा संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है बच्चे को दूध पिलाकर या कुछ भोजन खिलाकर उसके बाद उसके मुंह को पानी से ना धोना या अच्छी तरह से साफ सफाई न करना अथवा नियमित रूप से उनकी दांतो की सफाई न करने से दांतों पर ज्यादा गंदगी बैठ जाती है इन सब कारणों से बच्चों के दांतों में जर्म इंफेक्शन हो सकता है तथा उनके दांत गंध भी देने लगती है। तथा उनके दांतों में पीले पीले परते जमने लगती हैं और दांतों में सड़न जैसे समस्या शुरू हो जाती है।

दांतो की स्वच्छता के लिए क्या समाधान करे?

स्वस्थ और सफेद चमकते हुए दांत के लिए दांतो की नियमित रूप से सफाई करना बहुत आवश्यक है। खासकर छोटे बच्चे जिनके दांत अभी आने शुरू हुए हैं उनकी नियमित रूप से कुछ भी खाने पीने के बाद मुंह की सफाई करना बहुत जरूरी है।

इसके लिए हल्के गुनगुने पानी में सॉफ्ट कपड़ा डालकर उसे निचोड़ कर हल्के हाथों से उनसे उनके मुंह की अच्छे से सफाई करना चाहिए इससे काफी हद तक जर्म को पनपने से रोका जा सकता है।

दांतों में कोई अधिक समस्या हो तो सबसे बेहतर है कि दंत चिकित्सक की परामर्श ले।

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